भारत देश एक स्वतंत्र, संप्रभु और लोकतांत्रिक देश है जिसने 26 जनवरी 1950 को अपना संविधान लागू किया था. भारत के एक स्वतंत्र गणराज्य बनने की खुशी में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप मनाया जाता है. इस दिवस पर भारत अपने पड़ोसी देशों और मित्र राष्ट्रों के देशों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता है जो मुख्य अतिथियों के रूप में इस परेड समारोह में हर साल शामिल होते हैं।
गणतंत्र दिवस परेड समारोह मुख्य अतिथि 2022: भारत इस साल गणतंत्र दिवस परेड में उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है.
भारत में 26 जनवरी 2022 को देश भर में 73 वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है गणतंत्र दिवस समारोह भारत देश का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रतिवर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है, इसी दिन साल 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट 1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 26 जनवरी को मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस को स्वतंत्रता दिवस के रूप में भी मनाया जाता था | इसके पीछे की तथ्यों को जानते हैं इस पोस्ट में…
हमारे देश भारत को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली हो लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत पूर्ण गणराज्य बना इसी दिन को पूरा भारत गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है हमारे देश का संविधान 26 नवंबर 1949 को पुरी तरह तैयार हो चुका था लेकिन 2 महीने इंतजार करने के बाद हमारे संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया था ।
संविधान लागू करने के लिए 26 जनवरी की तारीख को इसलिए भी चुना गया था क्योंकि साल 1930 में 26 जनवरी को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में इंडियन नेशनल कांग्रेस ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ पूर्ण स्वराज का ऐलान किया था हमारे देश भारत के स्वतंत्रता संग्राम (पूर्ण स्वराज्य) की यात्रा कई कहानियां साल पुरानी है जो 1930 में शुरू हुई थी जिसके बाद सन 1930 से 15 अगस्त 1947 तक पूर्ण स्वराज दिवस यानी 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था।
स्वतंत्रत भारत में प्रथम चार परेड समारोह:
स्वतंत्रत भारत में प्रथम चार गणतंत्र दिवस परेड समारोह का आयोजन (1950 से 1954) समारोह विभिन्न स्थानों (लाल किला, रामलीला मैदान, इरविन स्टेडियम, किंग्सवे मार्ग) पर आयोजित की गए थे. लेकिन राजपथ पर पहली परेड, 1955 में आयोजित की गयी थी, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद को बुलाया गया था।
हम आपको यहां ये भी बताते चलें कि इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ‘सुकर्णो’ भारत के पहले गणतंत्र दिवस परेड (राजपथ पर नहीं) समारोह में पहले मुख्य अतिथि थे. अब तक यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस के प्रतिनिधियों को सबसे अधिक 5-5 बार आमंत्रित किया गया है. आइये जानते हैं कि भारत के गणतंत्र दिवस परेड समारोह ( 1950 से 2022 ) में मुख्य अतिथि के रूप में कौन-कौन शामिल हो चुके है।
भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह मुख्य अतिथियों की सूची:
वर्ष | पद और मुख्य अतिथि का नाम | संबंधित देश |
2022 | मुख्य अतिथियों की सम्भावित सूची | उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान |
2021 | कोई मुख्य अतिथि नहीं | — |
2020 | राष्ट्रपति, जेयर बोल्सोनारो | ब्राजील |
2019 | राष्ट्रपति, सिरिल रामाफोसा | दक्षिण अफ्रीका |
2018 | सभी दस आसियान देशों के प्रमुख | ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम |
2017 | क्राउन प्रिंस, मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान | अबु धाबी |
2016 | राष्ट्रपति, फ्रांस्वा ओलांद, राष्ट्रपति, मैत्रीपाल सिरिसेन | फ्रांस, श्रीलंका |
2015 | राष्ट्रपति, बराक ओबामा य | यूएसए |
2014 | प्रधानमंत्री, शिंजो अबे | जापान |
2013 | राजा, जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक | भूटान |
2012 | प्रधानमंत्री, यिंगलक चिनावाट | थाईलैंड |
2011 | राष्ट्रपति, सुसीलो बाम्बांग युद्धोयोनो | इंडोनेशिया |
2010 | राष्ट्रपति, ली म्यूंग बक | कोरिया गणराज्य |
2009 | राष्ट्रपति, नूर्सुल्तान नाज़र्बायव | कज़ाकिस्तान |
2008 | राष्ट्रपति, निकोलस सरकोजी | फ्रांस |
2007 | राष्ट्रपति, व्लादिमीर पुतिन | रुस |
2006 | जा, शाह अब्दुल्ला सउदी अरब | सऊदी अरब के राजा |
2005 | राजा, जिग्मे सिंगये वांगचुक | भूटान |
2004 | राष्ट्पति, लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा | ब्राजील |
2003 | राष्ट्पति, मोहम्मद ख़ातमी | इरान |
2002 | राष्ट्पति, कसम उतेम | मॉरीशस |
2001 | राष्ट्पति, अब्देलाज़िज बुटेफ्लिका | अलजीरीया |
2000 | राष्ट्पति, ऑल्यूसगुन ओबसांजो | नाइजीरिया |
1999 | राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव | नेपाल |
1998 | राष्ट्रपति, ज़्याक शिराक | फ्रांस |
1997 | प्रधानमंत्री, बसदेव पाण्डे | त्रिनीनाद और टोबैगो |
1996 | राष्ट्रपति, लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा | ब्राजील |
1995 | राष्ट्रपति, नेल्सन मंडेला | दक्षिण अफ्रिका |
1994 | प्रधानमंत्री, गोह चोक टोंग | सिंगापुर |
1993 | प्रधानमंत्री, जॉन मेजर | यूके |
1992 | राष्ट्रपति, मेरियो सोरेस | पुर्तगाल |
1991 | राष्ट्रपति, मॉमून अब्दुल गय्यूम | मालदीव |
1990 | प्रधानमंत्री, अनिरुद्ध जगन्नाथ | मॉरीशस |
1989 | नगुय वं लनं | वियतनाम |
1988 | राष्ट्रपति, जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने | श्रीलंका |
1987 | राष्ट्रपति, एलन गार्सिया , राष्ट्रपति ,रॉबर्ट मुगाबे | पेरु , जिम्बाब्वे |
1986 | प्रधानमंत्री, एँड्रियास पपनड्रीयु | ग्रीस |
1985 | राष्ट्रपति, राउल अल्फोंसिन | अर्जेन्टीना |
1984 | राजा जिग्मे सिंगये वांगचुक , इंडोनेशियाई सेना के चीफ ऑफ स्टाफ , जनरल रुदिनी | भूटान , इंडोनेशिया |
1983 | राष्ट्रपति, सेहु शगारी | नाइजीरिया |
1982 | राजा, जॉन कार्लोस प्रथम | स्पेन |
1981 | राष्ट्रपति, जोस लोपेज़ पोर्टिलो | मेक्सिको |
1980 | राष्ट्रपति, वैलेरी गिसकर्ड डी ‘ईस्टांग | फ्रांस |
1979 | प्रधानमंत्री, मैल्कम फ्रेजर | ऑस्ट्रेलिया |
1978 | राष्ट्रपति, पैट्रिक हिलरी | ऑयरलौंड |
1977 | प्रथम सचिव, एडवर्ड गिरेक | पौलैण्ड |
1976 | प्रधानमंत्री, ज़्याक शिराक फ्रांस | फ्रांस |
1975 | राष्ट्रपति, केनेथ कौंडा | जांबिया |
1974 | राष्ट्रपति, जोसिप ब्रौज टीटो यूगोस्लाविया प्रधानमंत्री, सिरिमावो बन्दरानाइक | श्रीलंका |
1973 | राष्ट्रपति, कर्नल जॉसेफ़ मोबूतो | जैरे |
1972 | प्रधानमंत्री, शिवसागर रामगुलाम | मॉरीशस |
1971 | राष्ट्रपति, जुलियस नीयरेरे | तंजानिया |
1970 | आमंत्रित नहीं किया गया | — |
1979 | प्रधानमंत्री, टॉड झिवकोव | बुल्गारिया |
1968 | प्रधानमंत्री, अलेक्सी कोसिजिन सोवियत यूनियन राष्ट्रपति, जोसिप ब्रोज टीटो यूगोस्लाविया | यूगोस्लाविया |
1967 | आमंत्रित नहीं किया गया | —- |
1966 | आमंत्रित नहीं किया गया | —- |
1965 | खाद्य एवं कृषि मंत्री, राना अब्दुल हामिद | पाकिस्तान |
1964 | — | — |
1963 | राजा, नोरोडोम सिहानोक | कंबोडिया |
1962 | — | — |
1961 | रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय | यूके |
1960 | राष्ट्रपति, क्लिमेंट वोरोशिलोव | सोवियत संघ |
1959 | — | —- |
1958 | मार्शल ये जियानयिंग | चीन |
1957 | — | — |
1956 | — | — |
1955 | गर्वनर जनरल, मलिक गुलाम मोहम्मद | पाकिस्तान |
1954 | राजा, जिग्मे दोरजी वांगचुक भूटान | भूटान |
1953 | — | — |
1952 | — | — |
1951 | — | — |
1950 | राष्ट्रपति, सुकर्णो | इंडोनेशियास |
विदेशी नेता को आमंत्रित करने का मुख्य उद्देश्य ?
भारत में हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेशी नेता को आमंत्रित करने का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दिखाना है. इसके साथ ही भारत हर साल गणतंत्र दिवस परेड समारोह में अपनी सेन्य शक्ति के साथ ही भारतीय संस्कृति को भी विश्व में इस समारोह के माध्यम से दिखाता है ।
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📤FAQs📝
गणतंत्र दिवस समारोह हर साल कब मनाया जाता है?
26 जनवरी को मनाया जाता है।
हमारा देश भारत इस साल कौन सा गणतंत्र दिवस समारोह बना रहा है?
73वां गणतंत्र दिवस ।
गणतंत्र दिवस परेड समारोह कहां आयोजित किया जाता है?
गणतंत्र दिवस परेड समारोह का आयोजन हर साल दिल्ली में राजपथ पर किया जाता है ।